प्यार भरा हो हर रिश्ते में,गलतफहमी से ना हो विदाई!
दीवाली का पर्व आया, चलो दिल की भी करें सफाई!!
सम्मान हो हर फौजी का,किसान ना सड़को पर आए!
अपनापन दिखे हर किसी मे,नालगें कोई हमको पराये!
हर पेट को रोटी मिले, गरीबी व बेरोजगारी मिट जाए!
बरसात हो ऐसी प्यार की, बस हर चेहरा खिल जाए!!
वफ़ा का आलम हो हर ओर, दिखे ना कहीं बेवफाई!
दीवाली का पर्व आया, चलो दिल की भी करें सफाई!!
आदरमान हो हर नजर में,कोई नारी की ना इज्जत लूटे!
वफादारी हो हर दिल मे,बेवफाई से ना कोई रिश्ता टूटे!
लॉज रहे हर राखी की भी, कोई भाई ना बहन से रूठे!
सच्चाई का दौर हो हर ओर, निकले ना कोई वादे झूठे!!
ना है कोई संशय अब इसमें, जो बात “मलिक” ने बताई!
दीवाली का पर्व आया, चलो दिल की भी करें सफाई!!
सुषमा मलिक “अदब”
रोहतक (हरियाणा)