नयापुरा माकनी के बच्चे सरकारी स्कूल डॉट इन दिल्ली द्वारा आयोजित मेरे शिक्षक -मेरा गौरव नेशनल प्रतियोगिता में हुए सम्मानित

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नागदा (धार) |

सरकारी स्कूल डॉट इन द्वारा आयोजित ” मेरा शिक्षक मेरा गौरव ” प्रतियोगिता में शासकीय नवीन प्राथमिक विद्यालय नयापुरा माकनी के छात्र फैजान शाह, सूरज डाबी,छात्रा माही वर्मा द्वारा सहभागिता करने पर संस्था प्रमुख श्री अभिषेक रंजन ने प्रशंसा-पत्र देकर सम्मानित किया । इस प्रतियोगिता में बिहार, मध्य प्रदेश, दिल्ली, उत्तराखंड सहित 7 राज्यों के बच्चों ने भाग लिया था । प्रतियोगिता शिक्षक दिवस पर आयोजित की गई थी, जिसमें बच्चों से उनके जीवन में शिक्षक की भूमिका को बताते हुए अधिकतम 3 मिनट का विडियो साझा करने को कहा गया था. प्रतियोगिता का उद्देश्य था कि बच्चों में शिक्षकों के योगदान के प्रति कृतज्ञता का भाव जगे, साथ ही शिक्षकों की मेहनत के बारे में समाज को पता चले । सरकारी स्कूल डॉट इन सरकारी स्कूल के बच्चों, शिक्षकों, पूर्व विद्यार्थियों एवं सरकारी स्कूल के लिए कार्य कर रहे लोगों से जुड़ी प्रेरक कहानियों को समाज के बीच में ले जाने के उद्देश्य लिए कार्य कर रही है. सरकारी स्कूल डॉट इन के संस्थापक अभिषेक रंजन ने बच्चों और उनके परिजनों से बात की, इस प्रतियोगिता में भाग लेने पर बधाई दी. विडियो कॉल के माध्यम से बात करके खूब पढ़ने हेतु उत्साह भी बढ़ाया और इसी तरह सरकारी स्कूल का मान बढ़ाते रहने की बात कही. अभिषेक रंजन ने कहा कि सरकारी विद्यालयों के बच्चों में प्रतिभा की कोई कमी नही है. जरुरत है उन्हें उचित दिशा देने की, उन्हें मंच मुहैया कराने की. सरकारी स्कूल डॉट इन छुपी हुई प्रतिभाओं को निखारने और एक दूसरे बच्चों से सीखने का भी अवसर देगा.मध्यप्रदेश के नवाचारी प्रेरक शिक्षक गोपाल कौशल जी के नेतृत्व में विद्यालय निरंतर प्रगति की राह पर है, जो बाकी स्कूलों के लिए प्रेरक है।
इसके पूर्व भी लॉकडाउन के दौरान नयापुरा माकनी के बच्चों ने नवोदय क्रांति परिवार, भाभा विज्ञान क्लब गोंडा उ.प्र. द्वारा भी राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित हो चुके ।

          ✍️ गोपाल कौशल

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।