ऐ देश के वीर जवानों,तेरा अभिन्दन शत-शत वन्दन, भारत माँ के उज्वल ललाट के तुम ही हो रोली चन्दन। तुम प्रतिपल रहते हो तत्पर दुश्मन को धूल चटाने को, है सुयश तुम्हारा महक रहा,जैसे महके वन में चन्दन। तुम क्रोध का वो सैलाब हो,जिसमें आ सब कुछ बह जाता, […]
काव्यभाषा
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