तेरी नशीली आँखों को शराब लिखूंl पुराने खतों को महकता गुलाब लिखूंll झुका दे अपनी पलकें मेरी बांहों में। आ मेरी हर साँस तुम्हारे नाम लिखूंll मेरी रुह में उतरकर कर दे मुझ पर इनायत। बअंदाज दैर में बैठ के तुझे महताब लिखूंll मेरे दिल की हर कु में है […]
काव्यभाषा
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