अपने अच्छा होने से दुनिया अच्छी नहीं हो जाती, खुद के सच्चा होने से दुनिया सच्ची नहीं हो जाती। अच्छों के बीच अच्छा होने में क्या बड़ी बात है, सच्चों के बीच सच्चा होने में क्या खास बात है। बड़ी बात है बुरों के बीच अच्छा होना, खास है झूठों […]
काव्यभाषा
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