जिसने दिया है जीवन उसका एहसान मानिये उसको याद करने को कुछ वक्त निकालिए रखता है सबकी खैर वह बिना भेदभाव के उसकी शान मे कभी कुछ कसीदे तो गढ़िए वह रहम दिल है बहुत हम बन्दों की खातिर हम क्यों हिंसक हो गए जरा यह तो बताइये गर […]

रक्षा बंधन का पावन पर्व आया है, बहिना की राखी का स्नेह लाया है | कच्चे  धागों  का  अटूट  बंधन  आया  है, हुमायुं-कर्मवती की याद का पर्व आया है | बहिन की रक्षा के लिए राखी का स्मृण आया है, आओ प्यारे भैया बहिनों ने फिर तुम्हें बुलाया है | […]

माननीय अटल बिहारी बाजपेई जी को शत शत नमन || नीति पे रहे अटल , रीति पे रहे अटल | जीत पे रहे अटल , अटल बिहारी जी || सत्य पे रहे अटल साक्ष्य पे रहे अटल | लक्ष्य पे रहे अटल ,अटल बिहारी जी || राम  पे रहे अटल […]

प्यार इबादत है पूजा है इसमें न राग है न द्वेष प्यार के रंग अलग अलग माँ ने किया तो ममता है प्यार पिता ने किया तो बन जाता वो आशीर्वाद है प्यार दोस्तों ने किया तो अटूट दोस्ती की निशानी है प्यार अपनों ने किया तो अटूट रिश्ता होता […]

व्यापारी सँग त्रस्त हैं शिक्षक और त्रस्त हैं विकल किसान, फिर भी हम कहते नहिं थकते मेरा भारत देश महान। ००० नाम अतिथि शिक्षक पर झेले हरदम वे शोषण की मार, मिलता वेतन कार्य दिवस का मुफ़्त रहे समझो रविवार। नियमित शिक्षक से हरदम वो विवश झेलने बस अपमान, फिर […]

कल एक समाचार पत्र में प्राप्त समाचार जिसमे एक कान्वेंट स्कूल अपने बच्चों को वर्द्धा आश्रम लेकर गया जहां एक बच्ची अपनी दादी को वहां देख रोने लगी जब उससे कारण पूछा तो उसने बताया कि पापा मम्मी ने बताया कि दादी को चाचा ले गए है ।     […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।