सूरज चाँद सितारे है प्यारे, पेड़ पहाड़ ये झरने है सारे। प्रकृति के उपहार है निराले, ये सब मानव के है रखवाले। बादल धरती पर वर्षा करते, नदी ताल तलैया सब भरते। सावन फुहारें बूँदों की जान, तरंगिणी का कल कल गान। सूरज जग को रोशन करता, चँन्द्रमा से मिलतीे […]
काव्यभाषा
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