इतिहास के पन्नो में कितने ना जाने दफन हो गए। अच्छे बुरे ना जाने कितने लोग मिट्टी की गोद मे सो गए।। कुछ के सपने पूरे हुए , कुछ के सपने ध्वस्त हो गए। बनते बिगड़ते रिश्तों के बीच सभी ना जाने कहाँ खो गए।। मेरा मेरा जो करता रहा […]
इस रस्म की शुरुआत बस मेरे बाद कीजिए जिनसे रौशन है हुश्न, उन्हीं को बर्बाद कीजिए गर पूरी होती हो यूँ ही आपके ख़्वाबों की ताबीरें तो खुद को बुलबुल और मुझे सैय्याद कीजिए ये कि क्या हुज़्ज़त है आपके नूर-ए-नज़र होने की दिल की बस्तियाँ लुट जाएँ,और फिर हमें […]
मां के लिए संतान ही उसकी होती जान संतान की खातिर मां दे सकती अपनी भी जान जन्म देती जब संतान को मां का दूसरा जन्म जान खुद गीले में संतान सूखे में सो जाती मां महान इस संसार की अदभुत दौलत मां होती लौकिक भगवान संतान रक्षा के लिए […]
कुछ नही बदला अभी उस इलाहाबाद के पथ पर-,,, वो जो कभी तोड़ती थी पत्थर,,, जिसे देखा था ‘निराला’ ने तोड़ते पत्थर ,,, वो आज भी तोड़ रही है पत्थर !! हाँ अब भी नही कोई वृक्ष छायादार जिसके तले बैठ सके दो घड़ी निश्चिंत, , , , उसका भरा […]
कार्तिक मास, कृष्ण पक्ष अष्टमी तिथि को हैं अहोई अष्टमी का पर्व आता। जो कोई इन का व्रत करता। पुत्र प्राप्ति रत्न पाता। हे अहोई माता सब को पुत्र देनी वाली, जो भक्त आप के चरण वंदन करें, उस के घर खुशियों के दीप जले। मेरे घर और परिवार को […]
हर दम घमंड में चुर, मिट्टी का पुतला बहुत मगरूर । हर पल दूसरे को नीचा दिखाने का लुत्फ उठा रहा है।। मिट्टी में एक दिन मिलना है सभी को पता है उसे । क्यों फिर दूसरे की मिट्टी को छोटा बता रहा है।। छोटा है अस्तित्व मिट्टी के दीया […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।