प्राणों से प्यारा हमकों हिन्दुस्तान खून देकर भी रखेंगे इसकी शान शहीदों की मजारों पर मेला लगा रखतें है हम उनकी ऊँची पहचान चूमकर जिन्होंने फांसी का फंदा बचाया था भारत का स्वाभिमान स्वत्रंतता का शंख बजाकर के जो कूद पड़ेे थे आज़ादी की जंगे मैदान जाने कितने अत्याचार सहे […]

मतदाता दिवस …………. लोकतंत्र के पर्व पर ले लो बड़ा संकल्प वोटर बनना लाजमी यही बड़ा विकल्प देश के जिम्मेदार हो निभाओ अपना फ़र्ज जाकर बूथ पर आज नाम कराओ अपना दर्ज जब भी होंगे चुनाव नेता करेंगे तुमको याद एड़िया रगड़ेंगे चोखट पर वोट की करेंगे फरियाद देश के […]

r वक्त-ए-आखिर तुझमें मुझमें फर्क क्या रह जाएगा, ना रहेगा कोई छोटा, ना बड़ा रह जाएगा, =============================== काम आएँगी वहां बस अपनी-अपनी नेकियां, मान-इज़्ज़त महल-दौलत सब पड़ा रह जाएगा, =============================== सीख लूँ खुदगर्ज़ियाँ मैं भी ज़माने से मगर, इंसानियत से फिर क्या मेरा वास्ता रह जाएगा, =============================== फर्क  ही  इतना  […]

हाथ तिरंगा लेकर गणतंत्र दिवस पर, मैं   गीत   देशभक्ति   के   गाता   हूँ। देश पर शहीद हुए जो,मुझे याद नही, लेकिन खुद को देशभक्त बताता हूँ । मैं  आज के भारत देश का युवा हूँ, तिरंगे के साथ सेल्फी खिंचवाता हूँ। मैं  बेशर्म  हूँ  बहुत  और  बेगैरत  भी, ऐसे मौकों पर […]

hu सत्तर साल का गणतंत्र हमारा मानवता का स्तंभ है। चार स्तभ्भों पर टिका हुआ भारत का लोकतंत्र है। 26 जनवरी वह दिवस है जब संविधान लागू हुआ। एकता की सूत्र में बँधे रहने का सभी के विचार पर हावी हुआ। अनेकता में एकता की फूलवारी भारतीय संविधान ने निखारी। […]

जय-जय हो भारत राष्ट्र की जय – जय हो हिंदुस्तान की । जय  जवान  – जय किसान जय – जय  हो  विज्ञान  की ।। स्वागत- वंदन-अभिनंदन है जयकार हमारे गणराज की । हर्षित है जन – मन चहुँओर गणतंत्र शान है हिंदुस्तान की ।। जय हो छब्बीस  जनवरी  की जय […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।