सेवा में, श्री नरेंद्र मोदी जी, प्रधानमंत्री भारत सरकार, नई दिल्ली। दिनांक: 28 जनवरी 2020 विषय: नागरिकता संशोधन कानून सी.ए.ए. के पक्ष में राष्ट्र के प्रति अपना कर्तव्य निभाने के लिए मुझे पदयात्रा की शीघ्र अनुमति हेतु आवेदन-पत्र।सम्माननीयों जय हिंद आदरणीय महोदय (2) कड़वे सच (हिंदी) (3) मुझे न्याय दो […]

आया वसंत, छाई उमंग महकी पवन, अंग-अंग तंग उढ़ रही गौरी की चूनर लाल चहके खग डाल-डाल आया वसंत, छाई उमंग शोभा अनंत, फैली तरंग बौराई अमुआ की डाल बदल गई गौरी की चाल आया वसंत, छाई उमंग बहके हैं संत, यौवन के संग सरसों फूली पीली-पीली वसुधा हुई रंग-रंगीली […]

बचपन की यादों को, मैं भूला सकती नहीं। मां के आँचल की यादे, कभी भूली ही नहीं। दादा दादी और नाना नानी, का लाड़ प्यार हमे याद है। मौसी बुआ का दुलार, दिल से निकला नही। वो चाची की चुगली, चाचा से करना। भाभी की शिकायत भैया से करना। बदले […]

बहुत नाजुक से हो गए है आजकल ये रिश्ते, अपने हर रिश्ते को कुछ इस तरह से निभा लो! अकड़ बढ़ गयी हो औऱ हो टूटने के कगार पर, तो कभी तुम झुक जाओ कभी उसे झुका लो। अपने हर रिश्ते को कुछ इस तरह से निभा लो!! दूरियां बहुत […]

रहो हिल मिलकर मेरे, समाज के भाई बहिनों। में लेकर आया हूँ, स्नेह प्यार का संदेशा। रहे हम सब पर, हमारे बड़े बूढ़ो का हाथ। तभी तो हर जाती धर्म को दुनियाँ में पहचान जाएगा। दिलाओ बच्चों को शिक्षा तुम सभी लोगों। तभी तो समाज को मिलेगा, शिक्षित समाज का […]

सच कहने की हिम्मत रखना भेद किसी से तुम मत रखना तुम्हे चाहने वाले होंगे जहाँ में सच्चे दिल से चाहत रखना एकता का है हिंदुस्तान प्यारा तुम न किसी से अदावत रखना वसूल और ईमान जिंदा रहे सदा नेक राह चलने की आदत रखना अल्लाह ईश्वर गॉड सब एक […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।