गरीबी क्या होते है किसी किसान से पूछो। ये वो शख्स होता है जो खाने देता अन्य। परन्तु इसकी झोली में नहीं आता उसका हक। इसलिए यही से गरीबी का खेल शुरू हो जाता है।। कड़ी मेहनत और लगन से किसानी वो करते है। कितना पैसा और समय वो इस […]

हे माँ नवदुर्गा तुम्हे नमन भारत को बना दो तुम चमन कोई भी नारी अबला न हो कोई कन्या भूर्ण हत्या न हो कन्याओ की जय जयकार रहे हर घर यहां खुशहाल रहे हर कन्या देवी स्वरूपा लगे उसके लिए सम्मान जगे वह भेदभाव की शिकार न हो उपेक्षित कोई […]

आज तो हर संचार मीडिया पर मां ही तो छाई है, तो फिर वो वृद्ध आश्रम में किसकी मां आई है, आज नारी का शोषण करने वाले ही मां को मानने वाले है नारी को वासना की निगाहों से ताड़ने वाले वो औरत भी तो किसी की बहिन या माई […]

मां कोटि कोटि तुझे प्रणाम, करते तुझे हम सुबह शाम। मां सर पर रहे तेरा सदा साथ, कभी न छूटे तेरा हमसे साथ। तुम दुनिया की रखवाली हो, बिगड़े काम बनाने वाली हो। करे याद तुझे हम सुबह शाम। मां कोटि कोटि तुझे है प्रणाम।। मन में न आये कोई […]

आगर के उत्तर बसे,बैजनाथ भगवान। मनोकाम पूरण करें, सदा संवारे काम।। ऊपर मंगलनाथ है,खेड़ापति के पास।। मोपे किरपा कीजिये,एक तुम्हारी आस।। रत्ना मोती सुंदर सागर। धन्य भूमी है माता आगर।।१ मध्यदेश की थी रजधानी। नवम सदी इतिहास बखानी।।२ अचलेश्वर मां तुला भवानी। भेरु केवड़ सबके स्वामी।।३ जय जय बैजनाथ भगवाना। […]

ना देर लगाओ मां ,अब आ भी जाओ मां। बेटी तेरी पुकारे, कब से खड़ी है द्वारे। आ जाओ मां…. हैं आंखों में अंगारे , जग ने दिए सारे। कुछ घाव हैं गहरे,अपनों ने किए सारे। दर्द मिटाओ मां ,अब आ भी जाओ मां। ना देर लगाओ मां ,अब आ […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।