या रब मेरे तेरा उपकार हो खुशियों भरा ये संसार हो आ गया नया वर्ष उमंगे लिए कोई बेबस न कोई लाचार हो इंसान हो इंसानियत तो रखो भाई चारा बढ़े और प्यार हो आमदानी की अब राहें खुले कोई युवा न अब बेरोजगार हो लड़ाई सब झड़गे अच्छे नहीं […]
कई बड़े दर्द दिए इस गए साल ने कई अपने चले गए इस गए साल में नई खुशियां लेकर आया है यह साल दर्द सारे भूल जाओ इस आये साल में पशु पक्षी उन्मुक्त रहे इस गए साल में हम ही घरों में कैद रहे इस गए साल में हमे […]
न कोई शिकवा है आज न कोई आज शिकायत। चलो हम भूल जाये बीती हुई सब बातो को। नई सोच लेकर हम करे नई शुरूबात 2021 में। मिले सभीको उनका फल जो दिल में उन्होंने चाहा। इसलिए हमसब मिलकर करे ईश्वर से आज प्रार्थना। कि मिल जाये उन्हें उनके मन […]
वर्ष और घर-द्वार बदलते देखें हैं जां से प्यारे यार बदलते देखें हैं। देखा है दिल पे कुछ होठों पे कुछ पल-पल किरदार बदलते देखें हैं। नफ़रत देखी,देखा हमने प्यार चेहरे सौ-सौ बार बदलते देखें हैं। हर बार उसे अपना समझा जाना लेकिन बारम्बार बदलते देखें हैं। मुझे तोड़कर वो […]
जो कभी नही देखा था वह सब देखना पड़ा इस 2020 के साल में कोरोना को झेलना पड़ा जीवन भारी सा हो गया कई अपनो को ले गया सबके सब अछूत हुए हाथ मिलाना पाप हुआ गले लगाना अभिशाप हुआ चेहरा मास्क में ढक गया पहचानना मुश्किल हो गया मेले […]
स्वागतम, स्वागतम,नए साल का, आया मेहमान फिर से एक साल का। स्वागतम ,स्वागतम…………. रंगोली बनाएं हम प्यारी प्यारी, फूलों से सजाएं हम गलियाँ सारी, करना स्वागत है हमको नए साल का। स्वागतम स्वागतम………….. स्वागतम, स्वागतम,नए साल का, आया मेहमान फिर से एक साल का। स्वागतम ,स्वागतम…………. पूड़ी पकवान घर में […]
आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है।
आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं।
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया।
इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं।
हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।