आपके प्यार भरे दो शब्द, हमे एक नई ऊर्जा देते है। तभी तो हम कुछ अच्छा, और सार्थक लिख जाते है।। दिन निकल जाते है इसी तरह से, आपकी बातो का दिल में एहसास करके। की कोई तो है जो अपना समझता है , और अपने दिल के करीब हमे […]

दिवंगतों की मुक्ति का परमधाम है गया पूर्वजो के प्रति श्रद्धा का अनूठा स्थान है गया अतृप्त आत्माओ को तृप्ति दिलाती है गया भटकती आत्माओ को शांति दिलाती है गया पितरो के प्रति आस्था का विष्णु स्थान है गया नई पीढ़ी के लिए पूर्वजो के प्रति दायित्व बोध है गया। […]

कुलि हमसे विधाता छीन लिहिन, अबकी गेहूं मा रोइ दिहिन। ई जाने कवन बयार चली, एकै झोंका मां खतम कीन गेहूं मा फूल लगा जइसे, जइसे वहिमा बाली आइल करिया करिया करिया होइगै, दुख कै बदरा जब मडराइल बिजुरी चमकी गरजा बदरा, आंखी कै सब बहिगै कजरा। अंसुवन कै धार […]

       मोतिझारे की गंभीर अवस्था से पीड़ित मैं नीचे वाले कमरे मैं बिस्तर पर अकेले  पड़ी थी। तभी अचानक मुख्यद्वार पर एक आहट हुई।  सिर पर आटे का कटा लिए उसने उतावलेपन में मुख्य द्वार से सटे रसोई घर में प्रवेश किया और शीघ्रता से उस आटे के […]

वह ताश की एक गड्डी हाथ में लिए घर के अंदर चुपचाप बैठा था कि बाहर दरवाज़े पर दस्तक हुई। उसने दरवाज़ा खोला तो देखा कि बाहर कुर्ता-पजामाधारी ताश का एक जाना-पहचाना पत्ता फड़फड़ा रहा था। उस ताश के पत्ते के पीछे बहुत सारे इंसान तख्ते लिए खड़े थे। उन […]

गोंदिया। नगर के प्रख्यात श्री शारदा वाचनालय में २३अप्रैल को विश्वपुस्तक दिवस प्रसिद्ध कवि गीतकार एवं वाचनालय के प्रमुख ग्रंथपाल श्री शिव शर्मा की अध्यक्षता में मनाया गया। इस प्रसंग पर नगर के उपस्थित कवि श्री छगन पंचे, श्री शशि तिवारी, श्री लक्ष्मीकांत कटरे एवं श्री निखिलेशसिंह यादव ने पुष्पगुच्छ […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।