स्त्री पुरूष सन्तान प्रभु की जीवन गाड़ी के दो पहिए बराबर चलते  रहो साथ में प्रगति पथ पर  आगे बढ़िए कोई बड़ा न छोटा कोई फिर अभिमान  काहे करिए सम्मान रहे एक दूजे का शांतभाव से जीवनभर चलिए संयमित जीवन सात्विक आहार पिता परमेश्वर को बस याद करिए। #श्रीगोपाल नारसन […]

जमीन और  आसमान  जिंदा रखो कुछ तो अपना स्वाभिमान जिंदा रखो वतन पे मर मिटे वतन से मोहब्बत वाले दिलो में  तिरंगे  का  सम्मान जिंदा रखो बेईमानो का साथ छोड़ क्यों नही देते जरा खुद का  भी ईमान  जिंदा रखो वतन पे बुरी नजर उठे बर्दास्त नहीं हमको मुल्क पर […]

क्यों करता हूं कागज काले । बैठा एक दिन सोच कर यूं ही , शब्दों को बस पकड़े और उछाले । आसमान यह कितना विस्तृत , क्या इस पर लिख पाऊंगा । जर्रा हूं मैं इस माटी का, माटी में मिल जाऊंगा। फिर भी जाने कहां-कहां से , कौन्ध उतर […]

जब से मिली है नजरे तुम से। दिल मे कुछ तो होने लगा है। था पहले कठोर और नीरस । अब वो मचलने और पिघलने लगा है।। अब क्या मेरे साथ हो रहा है। मुझे नही है कुछ भी खबर। दिल जो था मेरा नीरस सा, अब रसो से भरने […]

श्रद्धाजंलि गढ़चिरौली में शहीद हुए सभी पोलिस के जवानों को नक्सलियों के हमलें में जो शहीद हुये ईश्वर उनकी आत्मा को शान्ती प्रदान करें प्रस्तुत है मेरी यह कविता की  कायर नहीं हूँ माँ मैं बदला लेने आऊँगा अमर जवान हूँ मरता नहीं ये बतलाऊँगा घात लगा मारा कायर ने […]

जयपुर | यूथ वर्ल्ड इण्डियन सोशल फाउंडेशन के बैनर तले प्रदेश की राजधानी जयपुर में चेंबर ऑफ कॉमर्स (भैरों सिंह शेखावत सभागार) में 4 मई, 2019 को यूथ वर्ल्ड सोशल मीडिया मैत्री सम्मेलन एवं यूथ वलर्ड इण्डियन आइकॉन अवार्ड 2019 का आयोजन किया गया  जिसमें सम्पूर्ण भारतवर्ष की एक सौ […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।