पंखुड़ियों सी कोमल होती हैं -बेटियां धरती पर पाक अवतार होती है -बेटियां मासूम सा प्यार होती है- बेटियां ठंडी हवाएं सा सुकून देती है-बेटियां  ओस सी पावन है -बेटियां इंद्रधनुषी रंगों की बौछार है- बेटियां घर का अभिमान है-बेटियां भोली सी मुस्कुराहट है-बेटियां मृदुहास  बाटती हैं -बेटियां मुस्कुराकर पीड़ा […]

मां कसम … क्या गरम है रे भाई… अच्छा नहीं लगता मक्खन मलाई दो रोटी भी खाना मुश्किल बदन करता पसीना से पिलपिल पंखा का हवा बदन में नहीं लगता पाड़ा में अड्डा मारने से घर वाली चिल्लाता छत में सोने से मच्छर काटता… मां कसम क्या गरम है रे […]

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शांत चित्त ताल के पानी पर, तिनके के व्यवधान से उत्पन्न, मंद पवन के उन्वान से व्युत्पन्न, मदिर मदिर सरकती नौका के, हौले हौले उत्पात से जनित, किनारों को ढूंढती नन्ही नन्ही लहरों का, उद्वेलनाओं का बहाव है कविता…….. चंचल हिरणी सी दौड़ती, तड़ित दामिनी सी कौंधती, कलकल करती दरिया […]

अब तो सहन नही होगा किए वार पर वार पाक ने हम सहकर मानवता करते पर अब रहम नही होगा अब तो सहन नही होगा। मेरा बंधु शहीद पडा है देख दुखित भारत माता है लहू से रंजित धरा हो रही प्रतिशोध ही मेरा धरम होगा । अब तो सहन […]

सब्र का फल मिलता जरूर है रमजान के बाद ईद जरूर है रोजा बढ़ना खुदा की इनायत है खुदा खुश है तो चेहरों पर नूर है एक दिन व्रत तीस दिन रोज़ा बहुत कम है यह दिन रोज आ सिर्फ भूखे रहना ही नही है मकसद खुदा की याद है […]

ओ माँ!मेरी माँ, प्यारी माँ-न्यारी माँ, मुझे जीना नही इस जहाँ, मुझे जीना नहि तेरे बिना, ओ माँ! मेरी माँ, प्यारी माँ-न्यारी माँ। मैं बेटा हूँ तेरा ही माँ, मेरा कोई नही तेरे बिना, तू ममता की सागर है माँ, तू शक्ति की अवतार है, तू करुणा की भंडार है, […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।