मेरा एक दीप  शहीदों के नाम जो कर  गए  राष्ट्रहित में काम । हमारे लिए कर प्राण न्योछावर भारती की गोद में पाया मुकाम ।। मेरा एक दीप  शहीदों  के नाम जिन्होंने न देखी  सुबह – शाम । देश सेवा,रक्षा का लेकर लक्ष्य करते शत्रुओं  का काम तमाम ।। मेरा  […]

हर घर मे दिवाली मने हर घर मे खुशहाली हो गरीब के घर भी दीया जले उसके घर भी पकवान बने दिवाली में गरीबी न बाधा हो उत्साह कदापि न आधा हो माँ लक्ष्मी उनके भी घर आये सम्रद्धि की बरसात कराये जीवन मे उजाला ही उजाला हो एक दिन […]

चाह है तेरे लिए कोई गीत गाऊँ शब्दों से पाषाण में स्पंदन जगाऊँ मौन के भी कंठ में जो स्वर जगा दे अद्भुत, आलौकिक सुर कोई ऐसा सजाऊँ भूमि के उर तप्त को कर दे जो शीतल व्योम की किसी अप्सरा की भाँति चंचल धवल, पावन चंद्रिका सा रूप अतुलित […]

वो जब से लौट आए से मेरे शहर में दिन में ईद,रात में दिवाली हो गई है उनके आने की खबर की ये तासीर है खेत-खलिहान,नदी,पर्वतों में खुशहाली हो गई है वो जो निकले हैं सँवर के मेरे छत पे तो अमावस भी तारों वाली हो गई है अपने होंठों […]

राजू  बेटा  कर  रहा दीवाली मनाने की तैयारी। सब बच्चे मिलकर पटाखे छुड़ाएंगे बारी बारी ।। हर  तरफ जगमग दीपो ने रोशनी है फैलाई। सब बच्चो के घरों में रोशनियां है जगमगाई।। पिंकी  गोलू  भी  बाजार  से  फुलझड़ियां  है  लाये । खूब करेंगे हंगामा,पहले लक्ष्मी गणेश की पूजा हो जाये।। […]

आते जाते हमसे मिला कीजिये शुरू अब ये सिलसिला कीजिये चेहरे पे ये मायूसियां अच्छी नहीं मुस्कुराओ  और  खिला  कीजिये हम  सच्चे  साथी  पहचानों  जरा बात हमसे  करो न गिला  कीजिये खूबसूरत लगती हो मुस्काती जो तुम गुस्से में चेहरा लाल न पीला कीजिये साथ मेरे कभी गुजार लो पल […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।