छू लेने दो गुरुवर अपने चरण, माना की में आज्ञानी हूँ । आप तो अंतर्यामी हो, इसीलिए तो आया शरण। छू लेने दो गुरुवर अपने चरण, माना की में आज्ञानी हूँ। मोह माया ने हम को पकड़ा है, और अपनों के प्यार ने जकड़ा है। न कोई तेरे संग आया […]

जगतजननी भारत माता तेरी जय हो, ज्यो हो ,ज्यो हो परमात्म आते तेरी धरा पर तेरी जय हो,जय हो,जय हो वीर बांकुरे पैदा करती असुरो से तुम कभी ना डरती नारी सम्मान की रक्षक तुम हो भगत,बिस्मिल, आजाद की मां हो सर्दी,गर्मी, बरसात सब झेलती बाढ़, जलजला,तूफान भी सहती अखण्ड,प्रचंड […]

आ गया प्यारा स्वतंत्रता दिवस, लेकर  अमर  क्रांति का संदेश | छाया  है  चहुँओर  हर्ष  ही  हर्ष, सबसे न्यारा-प्यारा है भारतवर्ष | लहरा  रहा  बड़ी शान से तिरंगा, दिलों में सबके बह रही प्रेमगंगा | हिंदू- मुस्लिम और सिख- ईसाई, रहते यहाँ सब मिलके भाई-भाई | सदा सुरक्षित रहे अपनी […]

जो बूढ़ी काकी की भूख समझाएं, जो गोदान की चिंता जताएं, जो ईदगाह का महत्व भी बता जाएँ, जो अलगू और जुम्मन का प्रेम दर्शाएँ, जो अग्नि समाधि और अनाथ लड़की की बात करें, जो अमावस्या की रात्रि को आखरी तोहफा कह दे, जो आत्माराम की आप बीती सुनाएं ,जो […]

डाली माला , मनहर लगे , गीत उल्लास गाया ! लाली छाई , शुभ सरल सी, प्रीत विश्वास पाया ! नैना नीची , चकित हिरणी , भोर सौभाग्य लाई ! बाजा बाजे , अवसर मिला , प्राण सौन्दर्य पाई !! शादी बाला , सुरभि बिखरी, आज लावण्य देखो ! गूँथी […]

हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए आज़ादी के बाद से भारत भर में आंदोलन चल रहें हैं, और कईं लोग तथा स्वयंसेवी संस्थाएँ हिन्दी को बढ़ावा मिले और हिन्दी केवल उत्तर भारत व कुछ ही प्रदेशों की भाषा नहीं रहे इस हेतु दक्षिण और पूर्वी श्रेत्रों में अपने निजी संसाधनों […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।