पुत्र ज्येष्ठ है यदि तू अपने कुल का तो संघर्षों और विपत्तियों से मत डर चाहता है अनुज हो तेरा लक्ष्मण जैसा पहले तू स्वयं राम-सा कर्म तो कर अपने पिता के वचन की लाज निभाने ज्येष्ठ जटिल जीवन पथ अपनाते हैं हो प्राप्त विजय अनुजों को इसलिए सहर्ष वो […]

परमात्म याद में समय बिताओ ईश्वरीय वरदान स्वतः पाओ स्वयं को शरीर नही, आत्मा समझो देह अभिमान से मुक्त हो जाओ सुख शांति का मार्ग यही है राजयोग का अभ्यास बढाओ तन मन दोनों स्वस्थ हो जांएगे चिकित्सक भी चकित रह जाएंगे चमत्कार अनूठा राजयोग का आत्मा से परमात्मा का […]

जिंदगी में बहुत लोगों के तुम काम आये हो। मर कर भी साथ तुम लोगो का निभा जाओ। अपने अंगों को तुम औरों को दान कर जाओ। और जाते जाते खुद ही अंतिम उपकार कर जाओ।। देकर जीवन दूसरों को मानव धर्म निभा जाओ। जिओ और दूसरों को जीने की […]

दुनियां वालों की नजरों में , हम तब तक अच्छे रहते हैं। लगा के ताला जुबां पर अपनी, हम जब तक मौन रहते हैं। जिनकी हां में हां मिलाते, हम उनके दिल में रहते हैं। अपने दिल की जुबां पे लाते, तो वाचाल हमें सब कहते हैं। रूखी सूखी खाते […]

भारतीय राजनीति में रामविलास पासवान का उदय किसी चमत्कार की तरह हुआ । ८० – ९० के दशक के दौरान स्व . विश्वनाथ प्रताप सिंह की प्रचंड लहर में हाजीपुर सीट से वे रिकॉर्ड वोटों से जीते और केंद्र में मंत्री बन गए । यानि जिस पीढ़ी के युवा एक […]

ज़ब जब वर्षा ऋतु आई नभ मे काली घटा छाई दिन मे अँधेरी छा जाये मनवा मेरा बहुत घबराये बिजली बहुत चमक रही थी मन मन मे मैं डर रही थी मुझे तुम बहुत याद आये मुझे तुम बहुत याद आये ज़ब ज़ब श्रंगार करने को चली अपने पिया की […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।