कुछ अतृप्त तृष्णाओं के भंवर में डूबा मन जीवन हिचकोले खाता रहता एक के बाद एक अनगिनत आकांक्षाओं के जाल में फंसता चला जाता कुछ टूटे फानूसों पर संगमरमर के महल के सफेद झक सपने देखता भग्न आशाओं की नीवों पर मखमली ख्वाबों के किले बनाता चाहतों मुहब्बतों नफ़रतों के […]
सम्मानणीयों सेवा में, श्री दीपक मिश्रा जी, संरक्षक राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण मुख्य न्यायाधीश भारत सरकार नई-दिल्ली। दिनांक :- 18-04-2018 । विषय :- पावर ट्रांसफर आप इंडिया एग्रीमेंट 1947 को सार्वजनिक करके एक सौ तीस करोड़ को स्पष्ट करें। माननीय दीपक मिश्रा जी, राष्ट्र परिवार भारत के वेनर तले मैं […]
