शारद सुत को नमन करुं, कीना जग परकाश। सूर अनामी गीतिका, परिमल तुलसीदास। अणिमा बेला अर्चना, चमेली अरु सरोज। गीत कुंज आराधना, सूरकांत की खोज।। हिन्दी कविता छंद निराला। सूर्यकांत भाषा मतवाला।।1 बंग भूमि महिषादल भाई । मेंदनपुर मंडल कहलाई।।2 पंडित राम सहाय तिवारी। राज सिपाही अल्प पगारी।3 इक्किस फरवरी […]
