आज आज़ाद है वतन, अंग्रेज़ों की चंगुल से, मास्क ने लोगों की सांसों को, कैदी बनाया है। अरमानों की बारात सजाता है, इंसाँ ज़िन्दगी में, चला ख़ंजर ख्वाहिशों पर,रूख़सत हो गए अरमाँ।। हाथ हाथों से मिल जाते मुस्कुराते कई चेहरे सैनीटाइजर लगा कर भी डरे सहमे कई चेहरे महज़ एक […]
