बुजुर्गों का बड़ों का सम्मान कर लेना नसीहत हमको देते है मान कर लेना उनकी दुआओं से चलते हैं खड़े होते हमारा वो सहारा है अभिमान कर लेना अगर वो नहीं होते मंजिल नहीं मिलती लगालो तुम गले से और मुस्कान कर लेना बचपन में खिलाया है काँधों पर उठाया […]
वो दोहरे किरदार में मिलते है नेता देखो तकरार में मिलते है दल बदलते ढंग बदलते अब बदलाव व्यवहार में मिलते है चला रहे अपनी ही मनमानियां गुण जैसे रंगदार में मिलते है गुस्से पर भी अपने काबू नहीं सीन सारे अखबार में मिलते हैं गरीबों से वास्ता कहा रखते […]
भाई घर की शान है, बहना है अभिमान। देखो बहना के बिना,सुना लगता मकान।। भाई कि कलाई सजे, बहना के ही हाथ। छूटे से छूटे नही,इन दोनों का साथ।। बड़ी बहना माँ सम तो,छोटी सखी समान। भाई में बसती सदा,बहनों की है जान।। मात-पिता रखते सदा,दोनों को हि समान।। दोनों […]
राधे श्याम का एक बेटा था, वह उसे बहुत प्यार करता था , वह चाहता था , कि उसके बेटे की शादी बहुत धूम-धाम से हो , जैसे हर पिता का अरमान होता है ! राधे श्याम का बेटा आज ऑफिस के काम से १ साल के लिए जर्मनी जा […]
एक बार राधे श्याम की घर की बिजली ख़राब हो गई , उसने अपने दोस्त बलदेव के बेटे राहुल को बिजली ठीक करवाने के बुलाया ! राधे श्याम और बलदेव बचपन के दोस्त थे, इसलिए राधे श्याम के एक बार बुलाने पर बलदेव अपने बेटे राहुल को लेकर राधे श्याम […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।