ऐसा करो सद्कर्म अभी यह साल याद करे सभी जो गलत हुआ उसे भूल जाओ बस अच्छे की ही याद दिलाओ नफरत,द्वेष सब त्याग दो प्यार की नई सौगात दो नकारात्मकता कही दिखाई न दे सकारात्मकता को आवाज दो परमात्म स्मृति बनी रहे ऐसे योग पर ध्यान दो कष्ट किसी […]

माँ गंगा को लेकर फिर मच रहा है शोर कही महोत्सव हो रहा कही सफाई पर जोर सरकारी फाइलो मे भी साफ हो रही गंगा धन को ठिकाने लगाने का बेहतरीन है यह धंधा अच्छा होता माँ गंगा को राजनीति से मुक्ति मिलती निष्ठा भाव से जो काम कर रहे […]

        सोलहवा ओल इंडिया कोन्फ़रन्स ऑफ़ ‘केंसर केर इंडिया’ की ओरसे आयोजित था | इसमें ‘रेस इन रेन’ट्रस्ट मुंबई की ओरसे सहभागी होने का अवसर मिला | आर्ट ऑफ़ लिविंग इंटरनेशनल सेंटर बेंगालुरु श्री श्री रवि आश्रम में स्थित है | वहीँ सरस्वती होल में कोन्फ़रन्स का आयोजन हुआ था […]

अन्नदाता किसान बदहाल है आज फसल का उसकी वाजिब दाम नही मिल रहा आज वोट पाने को किसान की दिखाते सब हमदर्दी पर उसकी खुशहाली को कुछ होता नही काज् आज याद आ रहे है किसान नेता चरण सिंह जिनका धड़कता था किसानो के लिए दिल सुखी रहे किसान यह […]

यीशु जन्म की खुशिया अपार सांताक्लॉज ला रहे उपहार परमात्म सन्तान कहलाते है दया,करुणा का पाठ पढ़ाते है सज गए है सारे गिरजाघर यीशु प्रार्थना हो रही घर घर जन जन को केक खिलाते है सब आनन्द दिल से मनाते है हम सब भी है ईश्वर सन्ताने यीशु समान ज्ञान […]

धूप भी फीकी हो गई हवा चले विकराल हाड कपाती सर्दी जीवन हो गया बेहाल कही बर्फबारी प्रकोप है कही फैला घना कोहरा बेघर जो फुटपाथ पर संकट है उन पर गहरा ठण्ड से जान न जाने पाये ऐसा करे हम सब उपाय कम से कम एक कम्बल उनके तन […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।