नये साल में नया संकल्प करें अपना मतदान जरूर करें बहकावे में किसी के आये नही धर्म जातियों में भटके नही जिसको परख लिया एक बार अब करो उसका बहिष्कार कसौटी पर जो खरा उतरा नही वो फिर किसी का सगा भी नही गरीबो का जिसने दर्द नही जाना किसान […]

 देश के एक बड़े हिंदी चैनल पर चल रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साक्षात्कार के दौरान राफेल सम्बन्धी सवाल पूछने पर प्रधानमंत्री अचानक गुस्से में क्यो आ गए,क्या किसी पत्रकार द्वारा देश,दुनिया और समाज मे किसी मुद्दे या फिर समस्या को लेकर प्रश्न पूछना गुनाह है?क्या पत्रकार केवल वही प्रश्न […]

चरित्र बहुत अनमोल है रखिए इसे सम्भालकर मन,वचन कर्म बेदाग हो रखिए कदम सम्भालकर जिंदगी बीत जाती है चलन अपनी सुधारने में एक जरा सी फिसलन रख देती खेल बिगाड़कर कदम कदम पर कांटे बोती बैरन माया राह में हमारी बचकर उससे रहना होगा संयम की बाह पकड़कर सेवा,साधना,सद्कर्मो से […]

सुबह उठकर कीजिए परमात्मा का ध्यान वही हमारे विधाता देते है हमको ज्ञान स्वस्थ्य तन मन रहे स्वस्थ्य रहे परिवार स्वस्थ्य सारा समाज रहे राष्ट्र का हो गुणगान कर्मशील रहकर हमे पोषण मिले अविराम बिना किसी स्वार्थ के सदा याद रहे भगवान। #श्रीगोपाल नारसन परिचय: गोपाल नारसन की जन्मतिथि-२८ मई १९६४ […]

सदा एक रस रहना सीखो गैरो को भी गले लगाना सीखो अपने तो अपने कहलाते है बेगानो को अपना बनाना सीखो अपना वही जो अपने काम आये संकट में साथ खड़ा नजर आये जाति धर्म का यह भेदभाव कैसा इंसानियत बड़ी है नही बड़ा पैसा सबका साथी परमात्मा प्यारा वही […]

जॉयफुल लर्निंग आनंद से फुल, गतिविधियां बच्चों के अनुकूल। खेल-खेल में  सीख रहे अक्षर, शब्द,अंक,एबीसीडी नन्हें फूल॥ कहानी सिखाएं रहना मिलजुल, बच्चे देश की धरोहर,नींव मूल । आनंदमयी अधिगम से सीखने, खुशी-खुशी आ रहे बच्चे स्कूल॥ आओ नन्हें  हाथों  को थाम लें, हम तुम मिलकर जोड़ कर लें। गुणा-भाग की […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।