पंचायत राज चुनाव के लिए कानून का हुआ अदभुत खेल दो बच्चों तक का बाप योग्य नही चाहिए अब दसवीं फेल अनपढ़ पंचायत से बाहर होंगे दो बच्चों तक के प्रधान होंगे दो से ज्यादा बच्चे वालो विधानसभा में जगह पा लो संसद के दरवाजे भी बंद नही अनपढ़ रह […]

मन,बुद्धि,संस्कार हमारे एक दूसरे के पूरक कहलाये मन इनका राजा बन जाता बुद्धि, मन का हुक्म बजाये मन ,बुद्धि से संस्कार बने जो कर्म रूप में सामने आये मन जिसका निर्मल रहे बुद्धि उसकी सदविवेकी हो जाती सद्कर्मो के जीवन व्रत से आत्मा स्वतः पावन बन जाती। #श्रीगोपाल नारसन परिचय: गोपाल […]

लोकसभा चुनाव में हुई हार के बाद कांग्रेस को भले ही भाजपा समर्थित लोग कांग्रेस को डूबता जहाज मान रहे हो लेकिन हकीकत यह है कि कांग्रेस नेतृत्व यदि स्वयं की व पार्टी नेताओं की कार्यप्रणाली में वर्तमान के अनुरूप बदलाव कर ले तो कांग्रेस फिर से देश मे सत्ता […]

लाख पुण्यो का फल बेटियां देवी का ही अवतार बेटियां दुर्गा, लक्ष्मी, गार्गी,सावित्री शक्ति, ममत्व का नाम बेटियां सच मे घर, घर नही हो सकता गर चहकती नजर न आये बेटियां एक नही दो घरो की आबरू है जो पूरे परिवार को सम्भालती बेटियां जन्म,पोषण, पढ़ाई है हक उसका दुनिया […]

स्वयं का दुश्मन क्रोध है दुसरो का दुश्मन भी क्रोध जो इसके आगोश में आता उसका विवेक लोप हो जाता पहली हानि स्वयं को करता दूसरी, जिसपर करते क्रोध क्रोध बड़ा विकार कहलाता इसे पाकर कोई लाभ न पाता प्रकृति के विरुद्ध है क्रोध शांति का दुश्मन है क्रोध शांत […]

राघव कुटीर में समा गए सत्यमित्रानन्द महाराज ज्ञान,धर्म, अध्यात्म के थे पथप्रदर्शक संवाहक शंकराचार्य के रूप में समन्वयवाद की फैराई पताका भारतमाता का मन्दिर बनाकर राष्ट्रभक्ति से जुड़ गया नाता निर्धन,असहायों के पालक थे सन्त समाज के साधक थे पवित्रता की प्रति मूर्ति विकार मुक्त देवत्व थे शरीर छोड़कर चले […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।