बारिशों का दौर है जल से सराबोर है लबालब सड़के है जलभराव चहुं ओर है जल निकासी होती नही नालियां खाली होती नही जल संचयन गर कर ले हम वर्षा-जल को संजो ले हम जल संकट न हो कभी जल भरपूर रहे तभी  समय कम है बचा लो जल सुरक्षित […]

गुरु पूर्णिमा पर विशेष ………. माता-पिता हैं प्रथम गुरु जिनसे होता जीवन शुरू । ज्ञान, ध्यान की साधना से जीवन को संवारते हैं गुरु ।। ज्ञान-कौशल को तराशकर शिखर पर पहुंचाते हैं गुरु । सदा सही राह पर चलना सिखलाते हैं धरा पर गुरु ।। पूर्णिमा की चांद की तरह […]

नये बच्चों में हुनर है उन्हें तराशिये जरूर उनके अंदर की प्रतिभा को बाहर निकालिये जरूर साधनहीन के साधन बनिए उनका एक सहारा बनिए लोहा सोना बन सकता है गरीबी में हीरा मिल सकता है थोड़ा सा सहारा लगा देने से साधनहीन चमक सकता है जो पढ़ना चाहे उसे पढ़ाइये […]

जात, धर्म कोई भी हो बच्चे सबके एक ही जान सबका खून भी एक सा सूरत,सीरत दे भगवान क्या हिन्दू,क्या मुस्लिम क्या सिख,क्या ईसाई नवजात शिशु को देखिए कोई धर्म न दिखता भाई जिस बच्चे में बौद्धिक कौशल वही लुभाता हम सबको प्यार से उसी को गले लगाते स्वयं पर […]

सबका का साथ सबका विकास नारा देकर वे वोट पा गए फिर से बिना कुछ किये सत्ता में आ गए देवभूमि  उत्तराखंड में शराब फैक्ट्री खुलवा रहे है तीर्थ जनपद हरिद्वार में स्लाटर हाऊस बनवा रहे है आमदनी बढ़ाने के लिए तेल की कीमतें बढा रहे है  सबका साथ पाकर […]

प्रजापिता ब्रह्मा बाबा की पालना लेकर ब्रह्माकुमारीज् संस्था प्रमुख प्रकाशमणि दादी व दादी जानकी के सानिदय में रही प्रेम लता बहन ईश्वरीय ज्ञान की दिव्य विभूति थी।तभी तो जो भी उनसे मिलता प्रभावित हुए बिना नही रहता।यहां तक कि उनके मार्गदर्शन के कारण कइयो के जीवन की दिशा ही बदल […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।