वीणावानी सुर मधुर विकास दे, श्वेतवस्त्री ज्ञान को निखार दे। वाणी मुझे ऐसी दे जो ओरों को प्रखर सके, विद्या दे तो ऐसी दे जो ओरों को समझ सके। खुद से पहले दूसरे का;ऐसा भी तू ज्ञान दे, होगा सर्वसम्मति से ऐसा वरदान दे॥ शारदे माँ! सत्यता रहेगी पूरी सृष्टि […]