तेरी मेरी बात होगी यादों की बारात होगी झूमें गाएं साथ सबके अब नबी की नात होगी यूँ महक उठेगा तन मन जब मिलन की बात होगी मौज़ में है आज वो भी दाल -रोटी -भात होगी देखें जब भी हम पिया को वो सुहानी रात होगी हाथ सर पे […]
फ़लक से पुकारे ये हमको नज़ारे वो नज़रो से करते है हमको इशारे उठा आज सीने में तूफाँ हमारे निग़ाहों से कोई नज़र तो उतारे ख़ता दिल की जो हो बताओ ज़रा तुम नज़र से किए है जो तुमने नज़ारे ज़माने ने हमको भी बिखरा दिया है गली में तुम्हारे […]
क़ाफ़िया — “ई” (स्वर) रदीफ़ — है फ़क़त वज़्न –122 122 122 12 बह्रे – मुतक़ारिब मुसम्मन महज़ूफ़ अर्कान–फ़ऊलुन फ़ऊलुन फ़ऊलुन फ़अल तेरी ही लगन अब लगी है फ़क़त मेरे दिल में तेरी कमी है फ़क़त नज़र में है मेरे तेरी सादगी तू ही अब मेरी ज़िन्दगी है फ़क़त मुझें […]
आँगन में आ गई दुपहरी हवा हो गई सुर्ख़ सुई सी पेड़ के पत्ते भी सूख रहे चकमक चकमक धूप रूई सी अलसाये पत्ते डोल रहे भेद मौसम का खोल रहे ठंडी हवा कूलर बन बैठी पक्षी भी ये बोल रहे हाड़ तोड़ गर्मी है पड़ती कमरतोड़ काम को लादे […]
मेरे ख़ामोश लबो को पहचान जाता हैं।। हर सच्चा दोस्त दोस्ती में याद आता हैं।। खूब परवाह एक दूसरे की करते सभी हैं।। मुसीबत में सिर्फ दोस्त ही नज़र आता हैं।। वो साथ बिताये पल भी खूब याद आते हैं।। स्कूल,कॉलेज हर जगह दोस्त बन जाते थे।। दोस्तों के टिफ़िन […]
बहुत उलझन में हूँ! रस्ते भटक रहे है अब! कंकड़ियां सवाल कर रही मुझसे जवाब किसी गुफ़ा में चले गए है नदी में समुद्र कूद रहा है मौन सा पौधे पेड़ो से करते है चतुराई बहुत उलझन में हूँ! रस्ते भटक रहे है अब! शोर ने ताला लगा दिया मौन […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।