सफर के लिए हम निकलते रहेंगे दुआ माँ की लेकर यूँ चलते रहेंगे अन्जुमन में है चाहने वाले मेरे यहाँ सबसे मोहब्बत करते रहेंगे बदल कर कभी हर्फ़ तुमको पढेंगे नए ज़ाविये से हम लिखते रहेंगे तिज़ारत करे प्यार का सबसे हम भी ठेकेदार कब तक हम बनते रहेंगे बना […]
मेरे दिल से अब वो सनम उतर गया जो तन्हा दिल छोड़ कर यूँ शहर गया मुहब्बत में सफर जारी रहा उम्र भर यूँ सारी राते अब तेरे बिन गुज़र गया जूठ,फरेब रहा सदा दिल में भरा उसके देख दिल तोड़ के मेरा किस सफर गया यूँ तो वो […]
हम मिले दर्द को छिपा कर के क्या मिला उनसे यूँ वफ़ा करके याद करते है वो भुला कर के फिर बुलाते है वो दुआ कर के पल दो पल की इस ज़िन्दगी में तुम जीत लो दिल यूँ मुस्कुरा कर के हाथ को हाथ में ले कर देखो कर […]
मन प्रफुल्लित अब होत बलिहारी गलियन गलियन कूँचे किलकारी नैनन से तुम अब करिहौ बातै श्याम शलौने गीत सुनाके मोरे मनवा में तुमने डाका डाला ऐसे गया अब वो हरसा के पकडे मोरे वो कलाई रसिया मन इतराय अब रह रह के जानौ अब ना कौनो बतिया वो गये है […]
ज़िंदगी को भी तो हमसे यूं गिला हो जैसे दर्द उसको भी मुहब्बत में मिला हो जैसे।। देख ले मेरा भी कोई मुक़द्दर यहाँ पे यार के प्यार की अब कोई दुआ हो जैसे।। मर गया वो पतंगा भी तो इश्क़ में ही अब मुहब्बत से ही होती हैं नफ़ा […]
आवे जावे मन बहलावे। जो जो पूछो बात बतावे। दूरन से वो लागे अपना। ऐ सखि साजन?ना सखि सपना। छैल छबीला वो हो जावे। मदमस्त चाल से वो रिझावे। साथ कभी उसने नहिं छोड़ा। ऐ सखि साजन?ना सखि घोडा। बिन उसके कुछ भी न होवे। दिन रात की निदियां खोवे। […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।