स्वयं की स्वयं से , पहचान बनाओ, स्वयं में हम कौन है ? यह जान जाओ। कहां से हम आए है , कहां तक हमे जाना है? कहां हमारा , आखिरी ठिकाना है? कौन हमें चला रहा , किसके हाथ मे रिमोट है? हमारे अस्तित्व का, किसके पास प्रोनोट है? […]

जब जब भी धर्म की हानि होती जब जब भी धर्म की ग्लानि होती तब तब ही अंधकार छा जाता है धरा पर घोर कलियुग आ जाता है इसी कलियुग से मुक्ति दिलाने को हमें पतित से पावन बनाने को परमात्मा स्वयं धरा पर आते है हमे परिवर्तन की राह […]

परमात्मा को याद किया करो कुछ अपने लिए भी जिया करो आए हो तुम जब इस संसार में संसार के लिए कुछ किया करो सुख -शांति का सागर परमात्मा परमात्मा से यही सब लिया करो पास न आने पाए असन्तोष कोई अधीर कभी न तुम हुआ करो ईर्ष्या, द्वेष से […]

मन मत पर चलो नही राह से कभी भटको नही ठगनी माया से बचकर रहो नीचे कभी तुम गिरो नही व्यसनों से तौबा कर लो सद्गुणों से झोली भर लो परमात्म याद की राह चलो पतित से पावन बन चलो श्रीमत पर चलना सीख लो शांत मन रहना सीख लो […]

केवल स्वपन देखने से नही होते साकार स्वपन पूरे करने है तो सदकर्म कीजिए अपार सदकर्म से ही आपको सफलता मिल जाएगी इसके लिए विन्रमता भी आपके काम आएगी धरातल से जुड़कर जो जीना सीख जाते है विजय पताका वही तो जीवन मे फैहराते है। #श्रीगोपाल नारसन परिचय: गोपाल नारसन की […]

अंतरात्मा की आवाज है परमात्मा की आवाज सदा सही राह दिखाती है हमसे न्याय कराती है भरोसा इस पर करते रहिए जीवन मे बस आगे बढ़िए इससे भी अगर अच्छा चाहिए परमात्मा में ध्यान लगाइये आत्मा को शक्ति मिल जाएगी सत्यता वाणी में आ जायेगी इसी से सद परिवर्तन होगा […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।