सत्य सूर्य सा अड़िग, सुन्दर है जग मर्त्य। मिश्रित यह संसार है,मिलते सत्य असत्य।। . 🌞🌞 ईश्वर ने सृष्टी रची, मानव के सब कृत्य। सृष्टा दृष्टा दुई भये, जग में सत्य असत्य।। . 🌞🌞 धरा सत्य का रूप है,लक्ष्मी जग में मिथ्य। दोनो आवश्यक हुए ,जानो सत्य असत्य।। . 🌞🌞 […]

चौथ  व्रती  बन  पूजती, चंदा  चौथ   चकोर। आज सुहागिन सब करें,यह उपवास कठोर। यह   उपवास  कठोर , पूजती   चंदा  प्यारा। पिया  जिए  सौ साल, अमर संयोग  हमारा। कहे लाल कविराय, वारती  जती  सती बन। अमर रहे  तू चाँद, पूजती   चौथ  व्रती  बन। .             नारि सुहागिन कर रही,पूजा जप तप ध्यान। […]

1. जागरूक होकर करो,मतदाता मतदान। राजधर्म निर्वाह को, करिये ये शुभदान।। 2. सब कामों को छोड़कर,करना है यह काम। एक दिवस मतदान का,बाकी दिन आराम।। 3. सही करो  मतदान तो, हो उत्तम सरकार। मन का प्रत्याशी चुनो,मत दे कर हर बार।। 4. डरो नहीं, झिझको  नहीं, रहे प्रशासन संग। अच्छा  […]

लोकतंत्र   में  उग   रहे, नेता  खरपतवार। राज काज से खेंचते,ज्यों फसलों का सार। ज्यों फसलों का सार ,चाटते  दीमक  जैसे। कर   समाज   में   फूट, सेंकते  रोटी  वैसे। कहे लाल कविराय, सब भ्रष्ट किया है तंत्र। चरत  रोजड़े  खेत, चरे  नित ये  लोकतंत्र। .                    आजादी  के दौर  से, नेता  नहीं  महान। […]

1. आओ सब मिलकर गाएँ। हम देने वोट जरूरी जाएँ। 2. अपनी ही सरकार है। मत देना अधिकार है। 3. देश के मतदाता है। वोट देना आता है। 4. सबका यह अरमान है। करना सब मतदान है। 5. आन बान अरु शान से। सरकार बने मतदान से। 6. उम्र अठारह […]

1. मत की ताकत है बड़ी,समझ लेय मन माय। एक  वोट  से  हार  हो , उनसे  पूछो  जाय।। 2. ईंट एक से एक जुड़,बने महल आकार। एक एक मत से बने ,प्रजातंत्र सरकार।। 3. भावुकता में मत करो ,कभी यार मतदान। बिना विचारे फैसला ,होती खुद  की हान।। 4. उंगली […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।