जय अंबे, जय जगदम्बे ,माता शेरों वाली। रे मन! ले जा उन गलियों में मुझे, जहाँ रहती ज्योतावाली।। है वो ही सुख दायिनी मैया, दुविधा हरने वाली। नेत्रहीन की आंखों में भी, नवज्योति भरने वाली।। रे मन! ले जा उन गलियों में….. जय अंबे, जय जगदंबे, माता शेरों वाली। रे […]