परमात्म याद में समय बिताओ ईश्वरीय वरदान स्वतः पाओ स्वयं को शरीर नही, आत्मा समझो देह अभिमान से मुक्त हो जाओ सुख शांति का मार्ग यही है राजयोग का अभ्यास बढाओ तन मन दोनों स्वस्थ हो जांएगे चिकित्सक भी चकित रह जाएंगे चमत्कार अनूठा राजयोग का आत्मा से परमात्मा का […]

घोर कलियुग का दौर है छाया हाहाकार ने शोर मचाया कोरोना ने हम सबको रुलाया हाथरस की पड़ गई काली छाया विकारों का परिणाम यही है भाई अबलाओं पर वज्रपात यही है भाई रक्षा को नारी की हाथ बढाओ चरित्र निर्माण की अलख जगाओ यही उपाय बस एक बचा है […]

अंधेरे में उजाला बापू आप हो! पूरे डेढ़ सौ बरस हो गए बापू चाहे जंगल हो या फिर टापू लगातार आपकी ख़ोज जारी है आप नही मिले यह लाचारी है पहले न्याय मंदिरो में मिलते थे जज के पीछे तस्वीरों में सजते थे अब वहां भी तस्वीर बदल गई लगता […]

परमात्मा की गज़ब लीला गज़ब प्रकृति की कहानी है चाटकर पानी पीता है जो वही जीव बस मांसाहारी है घुट भरकर पानी पीना शाकाहार से जीवन जीना यही एक मानव निशानी है अहिंसा भाव की कहानी है मानव होकर न मांसाहार करे प्रकृति के विरुद्ध कभी न चले जब आचरण […]

हिन्दी मेरा परिचय हैं हिन्दी मेरा शब्दालय हैं । मुझको रखती चैतन्य हिन्दी गंगा-हिमालय हैं । हिन्दी मेरा विद्यालय हैं हिन्दी मेरा पुस्तकालय हैं । पारस – मोती जैसे शब्द हिन्दी मेरा देवालय हैं ।। हिन्दी में हीं माँ सुना हैं हिन्दी बचपन का झूला हैं । जीवन का ऊर्जावान […]

पाप किया है तो भुगतना होगा दंड भी पाप का भोगना होगा चाहे छिपकर ही किया हो पाप उसका भी करना होगा संताप करनी भरनी है नियति का खेल राजा हो या रंक जाते वे भी जेल हर पाप कर्म से दुःख मिलेगा मन का पाप भी चैन हर लेगा […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।