धरती रोया अम्बर रोया वीर सैनिकों की शहादत पर टूट चुका धैर्य और विश्वास चहुँ ओर उमड़ रहा सैलाव धन्य है वीरो की माताएँ जो पुनः पोतो को दे रही आर्शीबाद पाक तेरा जल्द होगा सर्वनाश। जन जन की आकांक्षा अंगार बनकर फूट रहा अश्रुधारा से बच्चों को बना रहा […]

घाटी से उठी चिंगारी पूरा देश में धधक गया देखो डर के मारे सात हूरों खा ख्वाब दिखाने वाला अस्पतालों में छुप गया। इतना गरूर अगर था, तुम्हें सामने से आये होते सच कहता हूँ एक-एक जवान दस-दस पर भारी होते। घोखे तुम्हारी रग-रग में भरा मक्कारी की फसल बोते […]

बसन्त पंचमी बसंत का उपहार माँ शारदे विद्या दायिणी का त्योहार। श्वेत वस्त्र श्वेत फूल प्रसाद और श्वेत हंस पर सवार हाथो में पुस्तक बीणा लिए जन जन का करती उद्धार। जिस तरफ नजर देती विद्वता का होता बास सारे अवगुणो का आपकी महिमा से होता नाश। आपकी कृपा से […]

नदी पहाड़ और जंगल सुरक्षित रहेंगे तो होगा सबका मंगल ही मंगल। नदी की रफ्तार, बँध चुकी जबसे बही नही कभी मन से वायुमंडल में बढा दंगल ही दंगल। पहाड़ को बाँटकर टुकडो में हिला दिया उसका भी इरादा अब दंगल ही दंगल। जंगल की कटाई रास न आयी गर्मी […]

भारत माता एक बार फिर लहूलूहान हुई अपनो के खून से गूस्से में लाल हुई मिट चुका चालीस चमकता सितारा गूस्से में हर तरफ धधक रहा अंगारा अपनो को खोकर भी माताएँ पुत्र मोह में न कभी परेशान हुई देश सेवा और बदले की खातिर पोते को फौज में डालने […]

सुमन सरल विचित्र अभिलाषा अर्पित होऊ या गूथा जाऊँ मन को तनिक भी ठेस नही डाली से जब मै तोडा जाऊँ। सुन्दरता कूट कूट कर भरा हुआ है मुझमें प्रकृति भी मेरे बिन अधूरा मानव की तो बात मत पूछो मुझे अर्पित कर ही सफल होता है उसका जीवन सारा […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।