तन और मन की रहे स्वस्थता तो, जीवन भी सदा स्वस्थ बन जाता है । स्वास्थ्य सुख है सर्वोच्च जगत में, पहला सुख निरोगी काया कहलाता है। पुरातन संस्कृति ने सिखाया हमें, स्वस्थता सफलता की कुंजी है । विरासत में मिले हमें ध्यान योग, जीवन की सबसे […]
योग दिवस की धूम है झूम सके तो झूम एक दिन के योग मे सेहत बना कर घूम योग क्या व्ययाम है सरकार का पैगाम है सरकारी मशीनरी लगी है संख्या बल का योग है योग का अर्थ तो जोड़ है पर व्ययाम बेजोड़ है शरीर के लिए वरदान है […]
योग भगाए रोग, रखे निरोग। योग शरीर, मन और आत्मा को रखता जोड़, यही जीवन का निचोड़, इसलिए योग अपनाओ। योग का गौरवमयी इतिहास, प्राकृतिक पद्धति से देता लाभ, योग से मन की वृत्तियों पर रहता नियंत्रण, जीवन मे लाता सकारात्मक परिवर्तन, इसलिए योग अपनाओ। योग शरीर को देता उत्तम […]
अश्रु! कितने प्रकार के भाव उत्पन्न करते हैं? दया? क्रोध? नफरत? आनंद? वात्सल्य?शोक? करुणा? गर्व? कायरता? न जाने अश्रु क्या क्या करता हैं? रोते हैं स्वार्थ सिद्ध के लिए. रोते हैं दया प्राप्त करने. रोते हैं शोक प्रकट करने? रोते हैं आनंद के लिए. रोते हैं गलतीछिपाने […]
कश्मीर में शस्त्र-विराम को विराम देकर भारत सरकार ने बिल्कुल ठीक कदम उठाया है। एक महिने तक चले इस एकतरफा शस्त्र-विराम का नतीजा क्या निकला ? सरकार और फौज ने तो हथियार नहीं चलाए लेकिन आतंकवादियों ने बड़ी बेशर्मी से अपनी खूरेंजी जारी रखी। 41 लोग मारे गए और दर्जनों […]
न समझ ख़ामोशी को, मेरी मजबूरी जानेमन । मेरे इश्क की ताक़त से, है मज़बूत ये बंधन ।। तेरे इश्क में जिंदगी, पुरनूर है, रोशन है । बिन तेरे पतझड़ सब, मुरझाया सावन है ।। ताक़त है रिश्तों में […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।