अच्छे कर्म करने पर अच्छा फल मिलता है पुरुषार्थ करने पर गजब का सुख मिलता है परहित सेवा करते रहो मन को आनन्दित करते रहो सबके अपने हो जाओगे सबके मन मे बसते रहो पराया नही रहेगा कोई दुसरो के दुख हरते रहो हर एक का चेहरे की मुस्कुराहट बनी […]
इक्कीसवीं सदी के भाषा आंदोलन का स्वरूप क्या होगा? ‘अंग्रेजी हटाओ‘ की जगह ‘अंग्रेजी पचाओ‘ का नारा कैसा रहेगा? क्या हिंदी प्रचार के बदले भारतीय भाषा प्रसार का प्रयास होगा? क्या विरोध प्रदर्शन की बजाय विकल्प निर्माण पर ध्यान रहेगा? भाषा आंदोलन की 50वीं वर्षगांठ पर यह सब सवाल मन में उठे. सन् 1967 में 29 नवंबर के दिन बनारस […]
