बचपन से ही राजनीतिक दलों द्वारा गरीबी हटाओ का नारा सुनाया जाता रहा है।चुनावी मौसम में यह नारा कुछ ज्यादा ही हो जाया करती है। यह बात भी सच है कि इसी मुद्दे पर कई बार सरकारे बनी और गिरी, लेकिन गरीबी जस की तस है? कही कम तो कही […]
शांति क्रांति चुनाव न जानती भेद-भाव लोगो में बाँटती। जात-पात नफा नुकसान धर्म मजहब लालच है पहचान। गूस्ताखी करते-फिरते दिन-रात जबकि आज भी सड़को पर सो रहे गरीब अनाथ। एक से बढकर एक योजना फिर भी गरीबो को पड़े सोचना। झूठ फरेब की पहाड़ा नेताओं का है सहारा। देखो आया […]
बिहार की यह राजधानी इतिहास की निशानी गंगा किनारे पटना शहर बहे पवित्र-धारा जीवन कल-कल। गाँधी मैदान और गोलघर दे रही शकुन पल-पल गाँधी सेतु और अशोक महल गौरव बढ़ाए हर- पल। चाणक्य बुद्ध और गुरू गोविन्द जन-जन का बना पदचिह्न। स्वतंत्रता आन्दोलन के वीर कुँवर सिंह की जोश की […]
जल-जल जग करे जल ना करो बर्बाद जो जल का उपयोग करे सदा रहेगा आबाद। जिस गाँव में जल नहीं वो गाँव नर्क समान दूर से ढोकर संचय करे तपती धूप हो आग समान। जल पर चर्चा जब करे कोई न खोजे उपाय सारे प्रवजन छोडकर के भविष्य का हो […]
सात रंग का साज सजा सातो अंगो की टोली रे सतरंगी आसमानो में भी देखो आज होली रे। नीला रंग आज्ञा चक्र का अंतर्ज्ञान, शांति तथा संतोष का धर्म-निरपेक्षता एवं आध्यात्मिक विकास का । बसंत का रंग पीला , यह बौद्धिक्ता, प्रसन्नता, शक्ति तथा भगवान् की भक्ति उल्लास और माधुर्य […]
होली का रंग चढ़ी पीकर भंग मेरी हार्दिक शुभकामना आप के संग।। रंग भरी पिचकारियाँ, खिले चेहरे संग, रंग गिरे शरीर पर, मन मे उठे उमंग। कौन रंग में होली रंगे, कैसे बहे वसंत? भाईचारे रंग होली रंगे,प्रेम संग बहे वसंत। गद गद सारे हो गए, लगा के अंग में […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।