. ………. कटु वचनों से हो चुके, बहुत बार नुकसान। कौरव पाण्डव युद्ध से,खूब हुआ अवसान।। रसना नाहीं बावरी, कहती मन के भाव। मन को वश में राखिए,उत्तम रखो स्वभाव।। मिष्ठ वचन मिष्ठान्न से, जैसे भगवन भोग। मधुर गीत संगीत से, भोर भजन संयोग।। कटु वचनी आरोप से, हुआ न […]