एक महिला दरोगा बहुत व्यथित थी। एक फोन उसे दिन -रात परेशान कर रहा था। किसी तरह फोन करने वाले का पता किया। फिर दल- बल से उसे थाने उठा लायी। उनकी सेवा- पानी हुई। उसके घर वाले कह रहे थे, मानसिक रूप यह बीमार है, दरोगा कह रही थी, सिरफिरा आशिक है, अखबार कह रहे थे, दूसरे समुदाय का है इसलिए इसने यह जाल फेंका। सच्चाई क्या है ,यह अल्लाह जाने, पुलिस ने उसे हिदायत देकर छोड़ दिया, क्योंकि कानून के हाथ लम्बे हैं। …
#सुरेश सौरभ