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वसुन्धरा के आँगन में
आतंक नहीं पलने देंगे,
मानवता की क्यारी में
यूं खर-पतवार नहीं उगने देंगे।
जब भी इस मातृभूमि पर
दुश्मन ने आँख उठाई है,
माँ के वीर सपूतों ने
अपनी तलवार उठाई है।
ममता के आँचल को अब
नीलाम नहीं होने देंगे,
मानवता की क्यारी में
खर-पतवार नहीं उगने देंगे।
#नीलम सिंह
परिचय : नीलम सिंह की जन्मतिथि-८ फरवरी है। अध्ययन,लेखन,भ्रमण और संगीत श्रवण में आपकी रुचि है। लेखन विधा में लधुकथा,गीत,ग़ज़ल, मुक्तक तथा कविता आदि में सक्रिय हैं। आपके लेखन कार्य को कई दैनिक समाचार पत्रों और पत्रिकाओं ने भी लगातार स्थान दिया है। श्रीमती नीलमसिंह तोमर को सम्मान के रुप में महाराज कृष्ण जैन स्मृति सम्मान २०१७ सहित शुभतारिका द्वारा श्रेष्ठलघुकथा पुरस्कार दिए गए हैं। उत्तर प्रदेश के शाहजहाँपुर स्थित तीन खम्बा गली में आपका निवास है।
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Wed Aug 2 , 2017
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