गीतशाला विभाग में रंगारंग गीतोत्सव सम्पन्न

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साहित्य संगम संस्थान के गीतशाला विभाग में नवरात्री के शुभअवसर पर दिनांक १०.४.२०१९ की शाम ७बजे से गीतोत्सव का आयोजन किया गया ,गीतशाला की प्रमुख आदरणीया सरोज सिंह ठाकुर जी नें इस प्रथम रंगारंग गीतोत्सव का आयोजन करवाया ,जिसमें कई प्रतिभागियों नें अपनीं अनूठी प्रस्तुतियों से श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया ,आयोजन गीतशाला के ह्वाट्स अप पटल पर रखा गया ,जिसमें विभिन्न प्रांतों के कवियों व साहित्यकारों नें भाग लिया,कार्यक्रम की शुरूवात संस्थान के अध्यक्ष श्री राजवीर मंत्र जी नें अपनीं गरिमामयी ,ओजस्वी वाणी से मनमोहित श्रोताओं को भावविभोर कर दिया ,कार्यक्रम में अनिता मंदलवारमनोजकुमार सांवरिया मनु,छगन लाल गर्ग जी,इंदू शर्मा शुचि,संस्थान की विधि सलाहकार सेवा निवृतन्यायाधीश श्रीमती मीना भट्ट जी,प्रेमलता जी (आगरा ), कुमुद श्रीवास्तव वर्मा “कुमुदनी ” लखनऊ से ,,रवि रश्मी अनुभूति जी ,डा० स्वाति सिंह ,संस्थान की प्रबंधिका आ०छाया  सक्सेना प्रभु,, आ० गीता गुप्ता ,इति शिवहरे ,,कल्पनाजी ,म.प्र. से शिव कुमार लिल्हारे ,सरिता श्रीवास्तव, आ० पुरूषोत्तम प्रजापति,रिखब चंद रॉका ,आ० प्रेमलता,राजीव डोंगरा जी ,भावना दीक्षित जी ,,हरीश विष्ट जी ,आ० एस.के कपूर हंस जी ,आ० सुनील कुमार अवधिया मुक्तानिल ,व नवीन कुमार भट्ट नीर जी नें अपनीं दमदार प्रस्तुति देकर कार्यक्रम में चारचांद लगा दिये |
कार्यक्रम की शुरूवात व दीपाली पांडे दीया नें सरस्वती वंदना से आरम्भ किया ,
मुख्य अतिथि आ० चंद्रपाल जी नें कार्यक्रम को संम्बोधित किया ,विशिष्ट अतिथि आदरणीय राजवीर मंत्र जी रहे ,कार्यक्रम की अध्यक्षता आदरणीया मीना भट्ट जी  नें की विशेष विशिष्ट अतिथि आदरणीय शिरोमणी डा० अरूण कुमार श्रीवास्तव जी नें कार्यक्रम की सराहना कर प्रतिभागियों का मनोबल बढ़ाया ,कार्यक्रम का संचालन संस्थान की अलंकरण अध्यक्षा” दीपाली पांडे दीया ” व अलंकरण सह संरक्षिका कुमुद श्रीवास्तव वर्मा “कुमुदनी ” ने किया |

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।