इन्दौर। साहित्य संस्था सृजन संवाद और श्री मध्य भारत हिंदी साहित्य समिति द्वारा ख्यात साहित्यकार डॉ.सतीश दुबे के प्रथम पुण्य स्मरण पर उनकी अंतिम पुस्तक लघुकथा संग्रह  ‘प्रेम के रंग’ का लोकार्पण कार्यक्रम २४ दिसम्बर रविवार को शाम 4 बजे रखा गया है। संवाद की अध्यक्षा दीपा व्यास ने बताया […]

जयपुर। १८ दिसंबर  को हरीवन गार्डन, मानसरोवर में बेटी फाउंडेशन के तत्वावधान में कल्चरल नेशनल अवार्ड शो का आयोजित किया गया। इसमें फिल्म जगत के कई अभिनेता-अभिनेत्रियों सहित सामाजिक कार्यकर्ताओं और राजस्थानी फिल्म उध्योग के कई कलाकारों ने भाग लिया।इसी समारोह में कवि कृष्ण कुमार सैनी को भी इस अवार्ड […]

 मुंबईl संविधान की आठवीं अनुसूची और हिंदी के मुद्दे पर गृहमंत्री राजनाथसिंह से प्रतिनिधि मंडल ने मुलाकात की। इसका नेतृत्व श्याम परांडे(महासचिव अंतरराष्ट्रीय सहयोग परिषद) ने कियाl उनके साथ पूर्व राजदूत वीरेंद्र गुप्ता,वरिष्ठ साहित्यकार डॉ.अशोक चक्रधर एवं डॉ.राकेश पांडेय आदि रहे। गृहमंत्री से देश की भाषाई अखंडता पर चर्चा हुई और […]

उप शीर्षक-श्रेष्ठ साहित्य सृजन करने वालों का हुआ सम्मान   अकोलाl बाल साहित्य का सृजन समय की आवश्यकता और भावी पीढ़ी के भविष्य को संवारने वाला होना चाहिए। खास बात यह है कि जिनके लिए साहित्य लिखा जा रहा है,उन तक यह साहित्य पहुँचना बहुत जरुरी है। बाल साहित्य को […]

मुंबई l जापान के हिंदी तथा पंजाबी,बांग्ला,सिंधी आदि भारतीय भाषाओं के विद्वान तथा ओसाका विश्वविद्यालय (जापान) के पूर्व प्राध्यापक डॉ.तोमिओ मिजोकामी ने बैंक ऑफ बड़ौदा के मुंबई स्थित प्रशासकीय कार्यालय में `भारत-जापान के आर्थिक एवं सांस्कृतिक इतिहास तथा वर्तमान परिप्रेक्ष्य` विषय पर हिंदी में ९० मिनिट व्याख्यान दिया। भारत-जापान के […]

#हिन्दी के शोधार्थी,भाषासारथी,लेखक आदि प्रतिभाओं का हुआ सम्मान #रंगारंग हिंदी-कश्मीरी प्रस्तुतियों से लुभाया विद्यार्थियों ने  श्रीनगर। घाटी में हिन्दी के विकास व विस्तार के लिए कार्यरत संस्था ‘वादीज़ हिंदी शिक्षा समिति’ (पंजी.) श्रीनगर ने  ‘मातृभाषा उन्नयन संस्थान’ (पंजी.) इंदौर व ‘आकाशवाणी केंद्र श्रीनगर’ के साथ मिलकर बुधवार को टैगोर हॉल […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।