भुवनेश्वर यात्रा के दौरान एक पूरा दिन इंफोसिस के नाम रहा। चमचमाती सड़क और करीने से सजे हरे भरे पेड़ों के बीच पानी के जहाज की आकृति का शानदार भवन, भव्य प्रवेश द्वार, खूबसूरत स्वीमिंग पुल, इंडोर स्टेडियम, फूड कोर्ट और लाइब्रेरी… सब कुछ सुंदर और व्यवस्थित… देश की यह […]
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गुरव समाज द्वारा अपनी बोली और संस्कृति को सहेजने के लिए गुरव संस्कृति ग्रन्थ का निर्माण किया गया था। इसी ग्रन्थ के सम्पादक मनीष निमाडे को सोमवार को महाराष्ट्र के पुणे में आपना शोध लेख प्रस्तुत करने का अवसर मिला। युनेस्को आधारित अंतरराष्ट्रीय संस्था द्वारा आयोजित प्रोग्राम मेरी सांस्कृतिक पहचान – मेरा […]
