जो दिया है प्रभु ने उसका मान कीजिए उसके लिए प्रभु का धन्यवाद कीजिए हवा, पानी,प्रकाश दिया उदर को खाद्यान्न दिया प्रभु रूप में मां मिली पालक रूप में पिता संसार निहारने को चक्षु मिले प्रेम रस को ह्रदय पटल मन में प्रभु स्मृति रहे जीवन पावन अविरल। #श्रीगोपाल नारसन […]

जब हम होंगे, तुम्हारे पास तो। कयामत निश्चित ही, तुम्हारे दिलमें आएगी। धड़कने दिलों की, मानो थम जाएगी। जब चांदनी रातमें, होगा दिलोंका संगम। तो दिलों के, बाग लहरा उठेंगें। और अमन चैन, के फूल खिलेंगे। तो मचलते दिलको, जरूर शांति मिलेगी।। दिल की यही, खासियत होती है। जब वो […]

क्योंकि सत्य के आधार पर उनके उत्तर देना नकारात्मक ऊर्जा से प्रभावित हैं। चूंकि लोगों की सेवा का अर्थ मानव सेवा से है।जिसे मुझ से श्रेष्ठ कोई क्या अनुभव करेगा?क्योंकि मैंने हमेशा मानव जाति का भला सोचा और मेरी उस सोच को मेरे विभागीय अधिकारियों से लेकर घर-परिवार मुहल्ले वालों […]

दर्पण की तरह बना लो स्वयं को जो सत्य है वह दिखा दो सभी को मन मे भी कुछ छिपा न रह जाए अंदर-बाहर सब एक नज़र आए ईर्ष्या, द्वेष, नफरतों को भूला दो भाईचारे की नई अलख जगा दो सबके खून का रंग एक है भाई फिर क्यों पैदा […]

सेवा में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, दिनांक: 26 फरवरी 2020 विषय: नागरिकता संशोधन कानून सीएए के पक्ष में पदयात्रा हेतु अनुमति। आदरणीय महोदय जय हिंद! आदरणीय माननीय सम्माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी एवं सशक्त गृहमंत्री अमित शाह जी ऊपरोक्त नियम के विरोध एवं पक्ष के टकराव में हो रही हिंसक […]

दंगों में मरने वाले भारत के थे, नहीं थे कोई विदेशी… उनमें कई मेरे घर से थे , कई थे मेरे पड़ोसी… जिन्होंने आग लगाई, उनके घर वाले चैन से सोए हैं… हमें लड़ा कर आपस में वो झूठे नैन भिगोए हैं.. कुछ हिंदू मुस्लिम नेता अपना उल्लू सीधा कर […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।