महक जाये चमन सारा इबादत कौन करता है खुदा तुझसे अंधेरे की शिकायत कौन करता है ज़हन में फिक्र है लोगों को बस अपने ही दामन की यहाँ गैरों के दामन की हिफाज़त कौन करता है जहाँ देखा वहाँ रिश्तो में बस नफरत ही नफरत है ये रिश्ते हैं महज […]

राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय एनडीसीसी-II ( नई दिल्ली सिटी सैंटर) भवन, ‘बी’ विंग चौथा तल, जय सिंह रोड, नई दिल्ली -110001 विषय: दूरदर्शन द्वारा हिन्दी समाचारों में हिन्दी के स्थान पर हिंग्लिश का प्रयोग निरंतर बढ़ाने व हिन्दी कार्यक्रमों का नामकरण अंग्रेजी में करने के विरुद्ध अभ्यावेदन महोदय, दूरदर्शन (प्रसार […]

मेरे आंसुओ की कीमत, कोई क्या समझेगा। लगे है घाव जो दिल पर, उन्हें कोई क्या समझेगा। क्या कोई मेरे घावों पर, मलहम आ कर लगाएगा। मेरे दुखते हुए दिल को, कोई तो धैर्य बंधायेगा।। दिल की धड़कने मेरी, बहुत तेज चल रही। क्या उन्हें कोई, आ कर शांत करेगा। […]

वस्तु-सेवाओ का उपभोग कर उपभोक्ता बने हो तुम जग के विश्व बाजार तुम्ही से टिका है सच्चे राजा बने हो तुम उनके शोषण तुम्हारा होने न पाए सजग होकर रहो इतना तुम गारंटी-वारंटी में अंतर क्या है? जानकारी बढाओ अपनी तुम आईएसआई,हॉलमार्क देखकर खरीदारी कीजिए बाजार में तुम जो कीमत […]

कुछ जीते हैं कुछ हारे हैं सभी के विकास नारे हैं लोकतंत्र के पर्व में टिमटिमाते सभी ये तारे हैं। गिर के उठना फिर सम्भलना जीवन हमें सीखाती है। कभी जीत मिली कभी हार जीवन पाठ पढ़ाती हैं। मतभेद को मनभेद न करना जनादेश यही अब कहती है, मिलकर सारे […]

विविध भाषा की प्रखरता ज्ञान का बहुमान है । हिन्दी ही हिन्दोस्तां की कलम का सम्मान है ।। माना अंग्रेजी को हमने विकास का पर्याय है आधुनिकता का यह प्रमुख प्रथम अध्याय है दिलों को जो जोडे़ वो हिन्दी हमारी जान है हिन्दी ही हिन्दोस्तां की कलम का सम्मान है […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।