रायगढ़ | साहित्यिक व औद्योगिक तहसील – तमनार के अधिनस्त ग्राम पंचायत पड़िगाँव के “श्री फूलेंद्र साहित्य निकेतन” निवासी बाल साहित्यकार प्रमोद सोनवानी ‘पुष्प’ को , नवोन्मेष रचना मंच एवं सृजन सम्मान छ.ग. , इकाई घरघोड़ा के बैनर तले आयोजित एक भव्य साहित्यकार सम्मेलन में , दिल्ली से पधारे मुख्य […]

दिल करता है, जिंदगी तुझे दे दू। जिंदगी की सारी खुशी तुझे दे दू। दे दे अगर तू मुझे, भरोसा अपने साथ का। तो यकीन कर मेरा, साँसे दे दूंगा तुझे अपनी।। अब तक दिया है साथ, आगे भी उम्मीद रखता हूँ। तेरे जैसे दोस्त को, अपने दिल में रखता […]

. प्रथम शतक . °°°°°°°° १. खेत में डेरा हाथ में मोटी रोटी दूध की डोली २ तेल बिनौरी सिर पर छबड़ी गीत गुंजन ३ होली के रंग चौपाल पर ताश चंग पे भंग ४. नीम का पेड़ वानर अठखेली दंत निंबोली ५ सम्राट यंत्र धूप घड़ी देखता विद्यार्थी दल […]

जीवन दिया तुम्ही ने हमको याद भी अपनी दिया करो कर पाऊं धन्यवाद तुम्हारा अवसर मुझको दिया करो ज्ञान से तुम्हारे जगमग जीवन धारणा से अनुगामी बना सेवा करके संतुष्टि मिली शांति का महासागर मिला मुझे मेरी पहचान कराई तुम्हे पाने का रसानन्द मिला आत्मा होकर परमात्मा तक पहुंचने का […]

हम महक बिखेरते गहरे अर्थों में निहित हैं, हमें मात्र शब्दों में ढूंढ न पाओगे कभी, अहसास क्षितिज के ठीक…. बीचो-बीच बसते हैं हमारे मानवतावादी प्राण। मिलते,हिलते,खिलते, पलते ,जलते,उखड़ते नैन,मन,तन,सघन। अफ़साने,अनजाने, पहचाने सजे हंसते टूटते बिखरते, सिमटते,झकझोरते स्वयं को निचोड़ते…. मन बुनता आठो पहर.. अधबुने स्वेटर से ख़्वाब जिसके फंदे […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।