रि युनियन का आज तीसरा दिन था। सभी दोस्त बचपन, स्कूल, कॉलेज की मस्ती को याद करके कभी जोरदार ठाहके लगा रहे थे, कभी किसी एक को पकड़ कर उसकी जमकर खिंचाई की जा रही थी, कभी किसी टीचर की नकल निकाल रहे थे, कभी चने वाली चाची की लारी […]
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नवाचारों में अग्रणी सुविचारों का धनी इरादों में हिमालय ह्रदय से प्रशांत विजय से विक्रांत राधाकृष्णन जैसा शांत होता है शिक्षक । युधिष्ठिर जैसा धर्मी भागीरथ जैसा कर्मी कर्ण जैसा दानवीर अर्जुन जैसा लक्ष्य चीर चाणक्य जैसा बुद्धिमान होता है शिक्षक । पत्थरों में शिल्पकार कच्ची मिट्टी का कुम्हार सूक्ष्मता […]
