शिक्षक हमारे गुरु होते है , जैसे बुजुर्गों ने कहाँ है , की शिक्षक एक भगवान का रुप होते है , और उनका आदेश का पालन करना , हमारा परम कर्तव्य बनता है , उन्हें भेद-भाव का कोई भावना नही होता है , एक विद्यार्थी का जीवन मे , शिक्षक […]

परमात्मा शिव पिता हमारे हम सब उनकी सन्तान प्यारे सारे अवगुण त्याग दे अब हम सद्गुणी हो जाए विचार हमारे कल्याणकारी पिता की बाते जीवन संवारती प्रभु की यादें बच्चे बनकर श्रीमत पर चले शांति सदभाव के सुपथ चले खुशी हमेशा चेहरे पर रहेगी पाप की दुनिया से दूरी रहेगी […]

अटल जी का विरोधियों पर संसद में गुर्राना, सुषमा का हिंदी प्रेम व्यक्त करना, मोदी का संसद की देहरी पर झुक जाना, स्मृति का आक्रोश व्यक्त कर जाना, राहुल का आँख मारना, अमित शाह का पीओके पर भौहें तानना, गुलाम नबी आजाद का कश्मीर पर चीखना, मनीष तिवारी और अखिलेश […]

भूख से तड़पतों केसर पर हाथ रख देमौला मेरी गुज़ारिशइस भूख से बचा ले।। प्यास में जुबां कीबस आरज़ू समझनाआबरू इसी मेंउस प्यास को बुझा दे।। लाखों थपेड़े मुझ परहर चोट सह रहा हूँबाती महज़ बची हैबिन तेल जल रहा हूँ।। चाहत नही है कोईमहफूज़ सबको रखनाज़ालिम के हर सितम […]

अपने बचपन की बातें आज याद कर रहा हूँ। कितना सच्चा दिल हमारा तब हुआ करता था। बनाकर कागज की नाव, छोड़ा करते थे पानी में। बनाकर कागज के रॉकेट, हवा में उड़ाया करते थे। और दिल की बातें हम किसी से भी कह देते थे। और बच्चों की मांग […]

अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव लगभग आने वाले हैं, प्रचार और बयान बाजी चरम पर है। सम्पूर्ण विश्व का आकर्षण भी इस चुनाव में निहित समझें तो गलत नही होगा, क्योंकि विश्व जानता है कि अमेरिका के नेतृत्व परिवर्तन से विश्व के कई निर्णयों में परिवर्तन भी संभव है। जहां वर्तमान […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।