छोड़ो अपना अभिमान बढ़ जायेगी आपकी शान समाज मे होगा गुणगान कभी न हो कोई अपमान मन मे रहेगा परम् सन्तोष जीवन में आएगा नया जोश अपनत्व की बहेगी गंगा कभी न होगा किसी से पंगा परमात्म याद मे रहना सीखो खुशियों को बस जीना सीखो जीवन सरल हो जाएगा […]

पंडित दीन दयाल उपाध्याय भारतीय राजनीति में एक जाना-माना नाम है। उन्होंने अपना प्रारंभिक जीवन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कार्यकर्ता के रूप में शुरू किया था। बाद में संघ के संगठनकर्ता के रूप में काम करने लगे। 1950 में डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के साथ मिल कर एक राजनीतिक […]

न खुशी की कोई लहर, हमे आगे दिखती है। जीवन और मृत्यु का डर, अब हमें नहीं लगता है। बस एक आस दिल में, सदा हम रखते है। अकाल मृत्यु न हो, इस काल में।। न कर पाते क्रिया कर्म, न बेटा निभा पाते धर्म। अनाथो की तरह से, किया […]

एकता,शांति,अध्यात्म का पाठ पढ़ाती ब्रह्माकुमारी ज्ञान, योग,सेवा,धारणा का अभ्यास कराती ब्रह्माकुमारी नई शिक्षा से नये भारत का निर्माण करती ब्रह्माकुमारी मूल्यपरक शिक्षा पाठ्यक्रम सबको पढाती ब्रह्माकुमारी दादी गुलज़ार की अगुवाई में संकल्प सदभाव का ले रहे हम जो महामारी फैली है जहान में उसे दूर कराकर ही लेंगे दम।#श्रीगोपाल नारसन […]

बॉलीवुड विश्वविद्यालय का वेबिनार आयोजित था। विश्वविद्यालय के कुलपति और सभी विभागाध्यक्ष बॉलीवुड की नयी शिक्षा नीति से लेकर थाली नीति पर अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। वेबिनार में वे बतला रहे थे कि अब विश्वविद्यालय में थाली नीति को भी शामिल कर लिया गया है। थाली नीति के […]

न कोई हमारा है न हम किसी के। यही सब कहता है जमाना आज का। इसलिए तो आज सीमित है अपनो तक। नहीं करते चिंता अब किसी और की हम।। पहले हम क्या थे अब क्या बन गये। जमाने ने हमें कहा पहुंचा दिया। और खो दी आत्मीयता और दिल […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।