पति, पत्नी और वो का चक्कर हमेशा बुरा होता है और अब उसमें सीसीटीवी कैमरा भी शामिल हो गया है। इसके बाद वीडियो वायरल होने से इज्जत पर पलीता लगता है सो अलग। यह बात मुझे कल पत्नी समझा रही थी। कह रही थी तुम जो मुझसे लड़ते हो उसे […]
इंसान की औलाद हो, इंसान तुम बनो। इंसानियत को दिलमें, अपने जिंदा तुम रखो। मतलब फरोश है ये दुनियाँ, जरा इससे बचके रहो। लड़वा देते है अपास में, भाई बहिन को। ऐसे साँपो से तुम, अपने आप को बचाओ।। कितना कमीना होता है, लोगो ये इंसान। सब कुछ समझकर भी, […]
नवनीत शुक्ल(शिक्षक एवं पूर्व कृषि शोध छात्र, इ० वि० इ०) प्रकृति ने हमें विभिन्न प्रकार के फल-फूल, सब्जियाँ एवं कंदमूल प्रदान किये हैं, इन्हीं में से पौष्टिक तत्वों से भरपूर मूली भी एक सब्जी है जो सम्पूर्ण भारतवर्ष में बहुतायत मात्रा में उगायी जाती है जिससे सभी आमजन परिचित हैं, […]
तेरी ख़ुमारी मुझपे भारी हो गई है। उम्र की मुझपे उधारी हो गई है।। मुद्दतों से खुद को ही देखा नही आईने पे धूल भारी हो गई है।। चाहकर भी मौत अब न मांगता । ज़िन्दगी अब जिम्मेदारी हो गई है।। छुपके-छुपके देखते जो आजकल। उनको भी चाहत हमारी हो […]
रास्ता ये मुझे , दुश्वार नज़र आता है , सारा आलम मुझे , बीमार नज़र आता है । जो गरीबी में बेच, सकता नहीं है खुद को , आदमी फिर वही , खुद्दार नज़र आता है। एक औरत जो अपनी , राह भटक जाती है , हर कोई उसका , […]
मेरे जीवन का आधार है हिंदी, भारत मां की आवाज है हिंदी, हिंदू, मुस्लिम,ईसाई या हो सिंधी, सबकी प्यारी भाषा होती है हिंदी। हिंदी भाषा प्रेम का गागर है, हमारी संस्कृतियों का सागर है, प्राचीन संस्कृति को हमें बचाना है, हिंदी को विश्व पटल पर लाना है। बावन अक्षरों का […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।